सूरतः गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने हिंदू महासभा के पूर्व नेता की लखनऊ में हुई हत्या के मामले में सूरत से तीन व्यक्तियों को पकड़ा है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नाका हिंडोला क्षेत्र में खुर्शीदबाग स्थित उनके घर पर हत्या कर दी गई थी। तिवारी पूर्व में हिंदू महासभा के एक धड़े से भी जुड़े रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि एटीएस टीम ने मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद को शुक्रवार रात को पकड़ा। तीनों को उस दुकान के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दबोचा जहां से उन्होंने वह मिठाई खरीदी थी जो अपराध स्थल से मिली थी। अधिकारियों ने बताया कि तीनों को अहमदाबाद लाकर गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
पुलिस ने कहा था कि दो व्यक्ति मिठाई के एक डिब्बे के साथ कमलेश तिवारी से नाका हिंडोला पुलिस थानाक्षेत्र के खुर्शीदबाग स्थित उनके घर पर मिलने गए थे और बाद में उनकी हत्या कर दी थी। उत्तर प्रदेश पुलिस मृतक की पत्नी द्वारा दर्ज करायी गई प्राथमिकी के आधार पर मोहम्मद मुफ्ती नईम काजमी और इमाम मौलाना अनवारुल हक को पहले ही हिरासत में ले चुकी है।
प्राथमिकी के अनुसार काजमी और हक ने 2016 में पैगंबर मोहम्मद संबंधी उनकी कथित टिप्पणी को लेकर तिवारी के सिर पर 1.5 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा की थी। काजमी और हक दोनों उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के निवासी हैं। दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। एक संगठन अल हिंद ब्रिगेड ने हत्या की जिम्मेदारी ली है जिसमें उसने कहा है कि यह तिवारी के ''इस्लाम और मुस्लिमों'' को बदनाम करने का परिणाम है।
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