पीएम किसान: लेखपाल के बस्ते में जितने किसान, सब पाएंगे अनुदान

पीएम किसान: लेखपाल के बस्ते में जितने किसान, सब पाएंगे अनुदान






सरकार ने गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलों के किसानों का डाटा अनिवार्य रूप से सितंबर के आखिर तक 'पारदर्शी किसान पोर्टल' पर अपलोड करने का निर्देश दिया है। इस निर्देश के अनुपालन के लिए ग्राम पंचायतों के लेखपालों द्वारा किसानों की सूची तैयार कराई जाएगी। ताकि सभी किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि समेत कृषि, पशुपालन, उद्यान समेत अन्य विभाग की योजनाओं का लाभ और अनुदान की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा सके।


पीएम किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana)
प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सितंबर तक सभी पात्र-अपात्र किसानों की सूची बनाने के दिए निर्देश
राजस्व विभाग ग्रामवार तैयार कराएगा किसानों की सूची, पीएम किसान योजना के वंचितों से लिए जाएंगे आवेदन


लेखपालों द्वारा ग्रामसभा वार प्रत्येक किसान को डाटा तैयार कर लिए जाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) के अंतर्गत पोर्टल पर अपलोड किसानों की सूची से मिलाया जाएगा। ऐसे किसान जिनका डाटा पोर्टल पर अपलोड नहीं है, अपलोड कराया जाएगा। उसके बाद इन्हीं से 'पीएम किसान योजना' के लिए पात्र किसानों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने गोरखपुर समेत प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इसके लिए निर्देश जारी किए हैं।
गोरखपुर-बस्ती मण्डल में लाभार्थी
बस्ती    255914
देवरिया    336468
गोरखपुर    332757
कुशीनगर    377005
महराजगंज    322189
संतकबीरनगर 171379
सिद्धार्थनगर    237979



 


मोहर्रम बाद ग्रामसभा वार बनेगी किसानों की सूची
संयुक्त कृषि निर्देशक डॉ. ओमबीर सिंह कहते हैं कि शासन स्तर पर निर्देश है कि पारदर्शी किसान सेवा योजना में ग्रामवार पात्र और अपात्र किसानों की संख्या फीड कराई जाए। ताकि पीएम किसान योजना का वास्तविक लक्ष्य निर्धारित हो। चूंकि ग्रामवार किसानों की खसरा-खतौनी राजस्व विभाग के पास रहती है, लेखपाल ही सभी किसानों की सूची उपलब्ध करा सकते हैं। मोहर्रम के बाद जिलाधिकारी से वार्ता कर लेखपालों की मदद से सूची तैयार कराई जाएगी। पीएम किसान सम्मान निधि के लिए अपात्र किसान दूसरी योजना के लाभ हासिल कर पाएंगे।


जुलाई में ही बनानी थी सूची
असल में शासन ने जुलाई में ही पीएम किसान सम्मान निधि के मद्देनजर ग्रामवार किसानों की सूची बनाने के निर्देश दिए थे। लेकिन पात्र-अपात्र लाभार्थियों की संख्या निर्धारित नहीं हो सकी। लिहाजा 2010-11 की जनगणना के आधार पर योजना के लिए पात्र लाभार्थियों की संख्या 2.33 करोड़ और कुल किसानों की संख्या 2.90 करोड़ निर्धारित हुई। लेकिन इस संख्या के सापेक्ष जनपद वार डाटा फीड हुए तो कुछ जनपदों में लक्ष्य के सापेक्ष 130 फीसदी तक डाटा फीड हो गए। ऐसे में योजना के लाभार्थियों की वास्तविक संख्या का निर्धारण नहीं हो पा रहा है। फिलहाल पोर्टल पर 2.31 करोड़ किसानों के डाटा फीड हुए हैं जिनमें 1.70 करोड़ किसान पीएम किसान निधि योजना के लाभांवित हुए हैं। 






एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ