अम्बेडकरनगर : लोकसभा सीट पर बसपा प्रत्याशी रितेश पांडेय की जीत के बाद जलालपुर विधानसभा सीट खाली होने के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि इस सीट पर पूर्व सांसद बसपा नेता राकेश पांडेय ही उप चुनाव लड़ेंगे। बसपा सुप्रीमो मायावती ने जलालपुर विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव के राकेश पांडेय का नाम घोषित भी कर दिया था, लेकिन राकेश पांडेय द्वारा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिए जाने के बाद नए उम्मीदवार की तलाश शुरू हो गई थी। पत्रिका ने इस सीट के लिए राजनीति के क्षेत्र में पहली बार कदम रखने वाली डॉ छाया के नाम का खुलासा सबसे पहले किया था और अंततः बसपा ने जलालपुर विधानसभा सीट पर डॉ छाया को टिकट दिया है।
कौन हैं डॉ छाया
डॉ छाया का नाम राजनीति में पहली बार तब आया जब वे अपने पिता के 2017 के विधानसभा चुनाव में मैदान में उतर कर जोरशोर से प्रचार कीं और उन्हें जीत दिलाई। बसपा के कद्दावर नेता और जिले की कटेहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक लालजी वर्मा की पुत्री हैं डॉ छाया, जिन्होंने राजनीति के क्षेत्र में कदम रखने की घोषणा कर दी है। डॉ छाया एमबीबीएस की पढ़ाई करके डॉक्टरी कर रही हैं और इनका राजनीति में जाने का कोई खास इरादा पहले नहीं रह है, लेकिन इनके इकलौते भाई की आकस्मिक निधन हो जाने के कारण इन्होंने अपने पिता के साथ पहली बार उनके 2017 के चुनाव में कदम रखा।
कटेहरी विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी अवदेश द्विवेदी के खिलाफ लालजी वर्मा चुनाव जीत गए थे, जिसमे बड़ी भूमिका डॉ छाया की मानी जा रही थी। अब बसपा के जोनल कोआर्डिनेटर त्रिभवन दत्त ने जब उनके नाम की घोषणा जलालपुर विधानसभा सीट के लिए की तो बसपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। खुद डॉ छाया इसके लिए बसपा सुप्रीमो मायावती, पूर्व मंत्री राम अचल राजभर, त्रिभवन दत्त और सांसद रितेश पांडेय को अपने फेसबुक वाल पर धन्यवाद ज्ञापित कर रही हैं।
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