घाघरा नदी खतरे के निशान 40 सेमी को किया पार

घाघरा नदी खतरे के निशान 40 सेमी को किया पार


गोंडा और बारांबकी जिले में घाघरा नदी लगातार विकराल होती जा रही है। गुरुवार को घाघरा नदी खतरे के निशान 40 सेमी को पार कर गई। ऐसे में कई पर गांवों पर बाढ़ का संकट गहराने लगा है। गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से भरना शुरू हो गया है। सैकड़ों एकड़ फैसले जलमग्न हो गई हैं। बताया जाता है कि बुधवार को लगभग 2 लाख 30 हजार क्यूसेक पानी विभिन्न बैराजों ने घाघरा में छोड़ा था। जिसका असर अब यहां दिखना शुरू हो गया है। बढ़े जलस्तर के चलते कई स्थानों पर घाघरा का पानी बांध को नुकसान पहुंचाने पर आमादा दिख रहा है। बांसगांव के पास बांध को हुई क्षति को ठीक करने में सिंचाई विभाग को पसीने आ रहे है। क्षतिग्रस्त हिस्से को ठीक करने के लिए यहां सिंचाई विभाग ब्रिकरोरा, बालू की बोरियां सहित पेड़ों को काट कर नदी में डाल बांध बचाने की कवायद में लगा है। इधर, करनैलगंज और बाराबंकी के सरहदी इलाकों सहित एल्गिन चरसड़ी बांध की जद में आने वाले व तराई के इलाकों के गांवों में बाढ़ का पानी तेजी से भरना शुरू है। जिन लोगों ने बाढ़ आने के बाद भी अपने घर नहीं छोड़े थे वो अब संभावित खतरे को देखते हुए ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण ले रहे हैं। हालांकि बैराजों में पानी का डिस्चार्ज कम हो जाने से आने वाले दिनों में नदी के जलस्तर में कमी होने के संकेत मिल रहे हैं।


गुरुवार को कुछ यूं रहा जलस्तर : गुरुवार की दोपहर केन्द्रीय जल आयोग संस्थान एल्गिन ब्रिज घाघराघाट से मिली जानकारी के अनुसार, अब घाघरा का जल स्तर 106.476 पर पहुंच गया। जो कि खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर ऊपर है। जानकारों का कहना है कि गुरुवार की शाम तक यह और भी ऊपर तक जा सकता है। तो वहीं घाघरा से जुडे़ हुए विभिन्न बैराजों का डिस्चार्ज इस प्रकार रहा। शारदा बैराज 23 हजार 4 सौ 45 क्यूसेक। गिरिजा बैराज 1 लाख 7 हजार 2 सौ 87 क्यूसेक व सरयू बैराज 28 हजार 2 सौ 48 क्यूसेक पर रहा है। इस प्रकार नदी में कुल डिस्चार्ज 1 लाख 58 हजार 9 सौ 80 क्यूसेक दर्ज किया गया।


बोले जिम्मेदार : सिंचाई विभाग के अवर अभियंता एमके सिंह ने बताया कि टीम बना कर एल्गिन चरसड़ी बांध की निगरानी करवायी जा रही है। जहां कहीं भी परेशानी नजर आती है तुरंत उसको ठीक किया जाता है। बांसगांव के पास बांध में थोड़ी समस्या थी जिसे सही करवाने का काम तेजी के साथ चल रहा है। विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर मौजूद है। मरम्मत का कार्य तेजी के साथ चल रहा है। जल्द ही कार्य पूरा कर लिया जायेगा


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