लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा और यमुना आदि नदियों का जलस्तर बढ़ने से उनके तटवर्ती गांवों में आई बाढ़ के मद्देनजर प्रयागराज, वाराणसी समेत प्रभावित जिलों के अधिकारियों को पूरी चैकसी बरतने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबन्ध सुनिश्चित करते हुए बाढ़ चैकियों को सक्रिय किया जाए। उन्होंने सम्बन्धित मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों को बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बाढ़ से जनहानि एवं पशु हानि को प्रत्येक दशा में रोकने के निर्देश देते बुधवार को यहां कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में पहुंचाया जाये।बाढ़ पीड़ितों को हर सम्भव राहत और मदद उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बन्धों की लगातार निगरानी करें। उन्होंने कहा कि बन्धों का निरन्तर निरीक्षण सुनिश्चित करें, ताकि किसी भी आपात स्थिति सें प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।गौरतलब है कि राजस्थान के कोटा बांध से चंबल नदी में छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी के कारण इटावा जिले के अलावा गंगा, यमुना और केन बतेवा नदियों का जलस्थर बढ़ने से जालौन, हमीरपुर,वाराणसी ,कौशांबी और प्रयागराज के अनेक गांव में बाढ़ से प्रभावित है।
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