देवरिया : महिला कांस्टेबल जुलेखा खातून को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोपी पुरुष कांस्टेबल को शुक्रवार को एसपी ने निलंबित कर दिया। इसके साथ ही कोतवाली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मेडिकल जांच के बाद न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
बनकटा थाने में तैनात गाजीपुर जिले के कासिमाबाद थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव की रहने वाली जुलेखा खातून ने 25 सितम्बर की देर शाम सदर कोतवाली परिसर स्थित सरकारी आवास में फांसी लगा कर जान दे दी थी। उसके पिता मुमताज अहमद की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने गुरुवार की रात कांस्टेबल विरेन्द्र कन्नौजिया और प्रीति यादव के विरुद्ध आत्म हत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने मृतका के काल डिटेल को खंगाला तो विरेंद्र कन्नौजिया के साथ अक्सर उसकी लंबी-लंबी बात करने का रिकार्ड सामने आया। यहां तक की 25 सितंबर को भी जुलेखा ने वीरेंद्र कन्नौजिया से 300 सेकेंड बात की थी।काल डिटेल के आधार पर पुलिस ने विरेन्द्र कन्नौजिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसका मेडिकल कराकर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र ने विरेन्द्र कन्नौजिया को निलम्बित कर दिया
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