तीन बच्चों के बाप से प्यार की एक युवती को मिली ऐसी सजा, जानकर पुलिस भी हो गई हैरान

तीन बच्चों के बाप से प्यार की एक युवती को मिली ऐसी सजा, जानकर पुलिस भी हो गई हैरान


उत्तर प्रदेश के बदायूं के जरीफनगर थाना क्षेत्र में गांव दांदरा के जंगल में मिली अज्ञात युवती की लाश का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया। मामला हॉरर किलिंग का निकला है। युवती की हत्या उसके ही पिता, चाचा और दादा ने गांव में हो रही बदनामी के कारण की थी। युवती के अपने ही गांव के शादीशुदा युवक से अवैध संबंध थे। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष पेश किया। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को पुलिस लाइन सभागार में अज्ञात युवती की हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि 28 जुलाई को जरीफनगर क्षेत्र के गांव दांदरा के गन्ने के खेत में एक 22 वर्षीय युवती की लाश मिली थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस ने अज्ञात मृतका की पहचान पप्पी पुत्री शिशुपाल निवासी गांव पंहेरा थाना पाली मुकीमपुर जिला अलीगढ़ के रूप में की थी। इधर, चार अगस्त को मृतका के ममेरे भाई भूरे पुत्र रक्षपाल निवासी गांव मालपुर ततैरा थाना जरीफनगर ने पुलिस को तहरीर दी कि उसकी बहन की हत्या पिता ने अपने घरवालों के साथ मिलकर की है। पुलिस ने तहरीर पर अज्ञात हत्या में दर्ज मुकदमे को तरमीम करते हुए तीन के खिलाफ नामजद कर लिया। पुलिस ने विवेचना की तो मृतका के पिता शिशुपाल सिंह पुत्र खेम सिंह, चाचा दीप सिंह पुत्र खेम सिंह और दादा खेम सिंह पुत्र नेम सिंह के नाम सामने आए। पुलिस ने तीनों को दहगंवा-सिरसा रोड से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो पता लगा कि मृतका पप्पी के उनके गांव के ही एक शादीशुदा तीन बच्चों के पिता से अवैध संबंध थे। परिजनों ने बहुत समझाया लेकिन पप्पी नहीं मानी। कई बार छिप-छिपाकर उसके साथ चली जाती थी। इससे उनकी गांव में काफी बदनामी हो रही थी। इसलिए उन्होंने युवती को उसकी ननिहाल में भेज दिया था। 


ऐसे की थी हत्या 


गिफ्तार पिता ने बताया कि बदनामी के कारण पप्पी को उसके ननिहाल में भेज दिया था। वे लोग 26 जुलाई को गांव मालपुर ततैरा में ननिहाल में आए और यहीं से पप्पी को गाड़ी में बैठाकर ले गए। वहां रास्ते में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने ले जा रहे थे। इसी दौरान दहगव चौराहे पर पुलिस चेकिंग करते हुए दिखाई दे गई। इस कारण उन्होंने दहगवां रोड स्थित गन्ने के खेत में पप्पी के शव फेंक दिया। 
दर्ज नहीं कराई थी गुमशुदगी


आरोपियों ने बताया कि कहीं हत्या के बारे में पुलिस को जानकारी न हो जाए। इसलिए उन्होंने अपने यहां थाना पाली मुकीमपुर में बेटी की गुमशुदगी दर्ज नही कराई थी। गिरफ्तारी के समय वे जरीफनगर पुलिस से कार्रवाई की जानकारी लेने आ रहे थे। पुलिस ने तीनों को कोर्ट के समक्ष पेश करने के बाद जेल भेज दिया है।


मां को थी हत्या की जानकारी
बेटी की हत्या की जानकारी होने के बाद भी मां इतने दिन तक खामोश रही। उसने बताया कि बेटी की हत्या करने के बाद शिशुपाल घर पहुंचा तो पत्नी ने बेटी के बारे में पूछा। इस पर उसने सबकुछ बता दिया। बेटी की हत्या की खबर से मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसका पति से झगड़ा भी हुआ। बाद में वह पति को जेल जाने से बचाने के खामोश रही। लेकिन उसकी खामोशी पति को जेल जाने से नहीं बचा सकी। 


पुलिस ने ऐसा खोला हत्या का राज


28 जुलाई को जरीफनगर पुलराज ने थाना क्षेत्र के गांव दादरा के रमाकांत यादव के गन्ने के खेत से युवती का शव बरामद किया था। पुलिस ने शव की शिनाखत भी कराई, लेकिन शव की शिनाखत नहीं हुई। पुलिस हत्यारों की तलाश करती रही। पुलिस ने शक के आधार पर आसपास के गांव के कुछ लोगों से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि थाना क्षेत्र के गांव मालपुर ततैरा में उस युवती को पहले देखा गया था। पुलिस ने उसी गांव से पूछताछ करती हुई युवती के परिजनों तक पुलिस पहुंच गई। युवती की मालपुर ततैरा में रामचंद्र के यहां ननिहाल थी। 


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