गोरखपुर में 1200 करोड़ रुपये की लागत से होगा बायो फ्यूल प्लांट का निर्माण

गोरखपुर में 1200 करोड़ रुपये की लागत से होगा बायो फ्यूल प्लांट का निर्माण


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 20-22 वर्षों पहले सूर्यकुंड धाम का जल सूख गया था तब उन्होंने अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की सांसद निधि से सूर्यकुंड मंदिर के पुनरोद्धार के लिए पैसा दिलवाया था। सरकार द्वारा दिये गए धन का पूर्ण सदुपयोग हो ताकि सूर्यकुंड धाम को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को सूर्यकुंड मंदिर एवं गोरखपुर जनपद के विकास से जुड़ी 259.84 लाख की योजनाओं का शिलान्यास एवं 5270.03 लाख की परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सूर्यकुंड धाम दशकों से पुनरोद्धार का इंतजार कर रहा था। 2.6 करोड़ रुपये की राशि से सूर्यकुंड धाम में आर.सी.सी, सोलर लाइटिंग,टूरिस्ट सेल्टर,वाटर प्योर,यूरिनल आदि का निर्माण किया जाएगा।मुख्यमंत्री योगी ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि सूर्यकुंड धाम में सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाए, जिससे यहां रंगमंच कलाकारों को एवं लोगों को कार्यक्रम आदि करने में असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि गोरखपुर विकास के नए युग में प्रवेश कर रहा है। गोरखपुर में 1200 करोड़ रुपये की लागत से बायो फ्यूल प्लांट का निर्माण किया जाएगा, जिससे यहां के औद्योगिकरण का विकास होगा, साथ ही युवाओं को रोजगार मिलेगा।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 10 साल पहले बन्द होने की कगार पर पहुंच चुके बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आज एम्स जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। आज गोरखपुर में इंसेफ्लाइटिस से लड़ने के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हैं, इसके साथ ही प्रदेश के 38 जनपदों को भी गोरखपुर की तरह मेडिकल सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि 1990 में बंद हो चुके फर्टिलाइजर कारखाने को पुनः जीवित किया गया जो अगले वर्ष शुरू हो जाएगा।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज गोरखपुर से कई बड़े शहरों के लिए वायु सेवा प्रारम्भ हो चुकी है। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा, ताकि पूर्वांचल के लोगों को रोजगार के लिए कहीं बाहर भटकना न पड़े।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी को प्रधानमंत्री मोदी की स्वच्छ भारत मिशन की मुहिम से जुड़ना होगा। इसके साथ ही प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह बंद करना होगा। प्रदेश सरकार द्वारा प्लास्टिक के विरुद्ध व्यापक पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है ताकि पर्यावरण को स्वच्छ रखा जा सके।


इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण


बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज में इलेक्ट्रिक सेफ्टी का कार्य, वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में आर.सी.सी. रोड का निर्माण कार्य, गोरखपुर पिपराईच कप्तानगंज मार्ग, ग्राम सभा जंगल ओराही में गजराज टोला से श्यामा टोला तक संपर्क मार्ग का नव निर्माण कार्य, डोमिनगढ़ पश्चिम रेलवे के बगल तुफानी निषाद के घर पुल रेलवे के सिवरिया तक संपर्क मार्ग।


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