उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक दिलदहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां के थरवई के मिताई गांव में रविवार रात एक शख्स ने बच्चों के सामने अपनी पत्नी को बेहरमी से पीटा और चाकू से कई वार किए। उसके बाद पत्नी को मरा समझकर आरोपी भाग निकला। बच्चे मां को बचाने के लिए मदद की गुहार लगाते रहे। भोर में महिला के जेठ ने उसके भाई को फोन कर सूचना दी कि तुम्हारे बहन की तबीयत खराब है। भाई जब वहां पहुंचा तो बहन की हालत देख उसके होश उड़ गए। वह तुरंत बहन को एक निजी हॉस्पिटल में ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मायकेवालों ने थरवई थाने में पति, जेठ, जेठानी और देवर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य फरार हैं।
11 साल पहले हुई थी शादी
मिताई गांव के महेंद्र यादव की शादी सीताकुंड नवाबगंज की मंजू यादव से 11 वर्ष पहले हुई थी। इन दोनों के एक बेटी खुशी और बेटा हिमांशु है। मंजू के भाई लालचंद्र यादव का आरोप है कि उसके जीजा महेंद्र का उसकी भाभी से अवैध संबंध है। यह बात मंजू को पता चल गई थी। जिसको लेकर आए दिन महेंद्र और मंजू के बीच झगड़ा होता था।
रविवार शाम मंजू गई थी थाने
महेंद्र और उसका बड़ा भाई दिलीप अपने परिवार के साथ गांव के बाहर एक बंद पड़े ईंट के भठ्ठे के पास रहते हैं जबकि छोटा भाई अनूप मां के साथ गांव के पुश्तैनी मकान में रहता है। रविवार शाम भी मंजू और महेंद्र के बीच झगड़ा हुआ था जिसके बाद मंजू थाने तक पहुंच गई थी। वहां पुलिसवालों से मंजू ने क्या कहा इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है। वहां से लौटने के बाद महेंद्र ने घर का दरवाजा बंद कर मंजू को बेरहमी से पीटा। लोहे के रॉड से उसका सिर फोड़ा और पैर की हड्डी भी तोड़ दी थी। शरीर पर कई जगह चाकू से भी वार किया था। इसके बाद वो मंजू को अधमरी हालत में छोड़कर वहां से भाग गया।
बच्चे मांगते रहे मदद जेठ ने नहीं खोला दरवाजा
दोनों बच्चे किसी तरह घर से निकलकर पड़ोस में रहने वाले दिलीप के घर मदद मांगने पहुंचे। लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। मंजू दर्द से चिल्लाती रही। भोर में चार बजे दिलीप ने लालचंद्र को फोन कर सूचना दी की मंजू की तबीयत खराब है। लालचंद्र सुबह छह बजे पहुंचा तो मंजू को लेकर निजी हॉस्पिटल में लेकर गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित का दिया। लालचंद्र की तहरीर पर थरवई पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर नवाबगंज के पास से महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। जबकि महेंद्र का बड़ा भाई दिलीप, उसकी पत्नी और छोटा भाई अनूप अभी फरार हैं।
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