शनिवार को कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की 3 बार मुख्यमंत्री बन चुकीं शीला दीक्षित जी का निधन हो गया। जिससे पूरा देश शोक में डूब गया। इधर शीला दीक्षित का निधन हुआ और उधर केंद्रीय गृहमंत्री और और उनके मंत्रालय के अधिकारियों की टीम द्वारा जम्मू-कश्मीर को लेकर दमदार फैसला लिया गया है। जिस तरह से जम्मू कश्मीर के हालात हैं उसको लेकर राजनाथ सिंह ने भी शनिवार को बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि,"कश्मीर समस्या का हल बातचीत से नहीं हुआ तो मुझे पता है कि इसका हल कैसे निकलेगा। कश्मीर समस्या हल होकर रहेगा।" जिसके बाद ही अमित शाह ने भी कश्मीर को लेकर बड़ा फैसला लिया है।
जानिए अमित शाह का दमदार फैसला
शीला दीक्षित का निधन होते ही गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीरी पंडितों को लेकर बड़ा प्लान बनाया। दरअसल उन्होंने दमदार फैसला किया है कि घाटी में कश्मीरी पंडितों को फिर से बसाया जाएगा। जम्मू कश्मीर में सक्रिय रणनीति के साथ बाहरी और आंतरिक आतंकवाद से निपटते हुए अमित शाह कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास करवाना चाहते हैं।
1989 के बाद से ही कश्मीरी पंडितों ने किया था पलायन
आपको बता दें कि सन 1989 के बाद शुरू हुए उग्रवादी गुटों के पूर्व नियोजित हिंसक हमलों के बाद से कश्मीरी पंडित घाटी से पलायन करने लगे और लगभग 3 लाख कश्मीरी पंडितों ने पलायन किया है। आपको बता दें कि केंद्र की पीएम नरेंद्र मोदी सरकार हर महीने प्रत्येक कश्मीरी प्रवासी परिवार को 13,000 रुपये की राशि प्रदान कर रही है। जिसके बाद अब शाह ने उन्हें फिर से कश्मीर में बसाने का फैसला कर लिया है।
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