27 जुलाई से शुरू होकर एक माह तक चलने वाली कांवड़ यात्रा के दौरान गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर यातायात तीन दिन पूरी तरह से बंद रहेगा। इस दौरान गोरखपुर से लखनऊ जाने वाले वाहनों को खलीलाबाद से आगे और लखनऊ से गोरखपुर आने वाले वाहनों को हाईवे से बस्ती जिले की सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान गोरखपुर और लखनऊ आने-जाने के लिए पुलिस ने वैकल्पिक रूट के उपयोग का सुझाव दिया है। यातायात व्यवस्था में यह बदलाव 27 जुलाई की रात आठ बजे से शुरू होकर 30 जुलाई को कांवड़ यात्रा जारी रहने तक प्रभावी रहेगा। गोरखपुर जोन के संतकबीर नगर जिले में स्थित तामेश्वरनाथ मंदिर और बस्ती जिले में स्थित भदेश्वरनाथ मंदिर में श्रावण मास में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। इस दौरान दोनों मंदिरों में बड़ी संख्या में कांवड़िये भी पहुंचते हैं। अधिकतर कांवड़िये गोरखपुर-लखनऊ हाईवे का प्रयोग करते हैं। खलीलाबाद से लेकर बस्ती के बीच हाईवे पर कांवड़ियों की भारी भीड़ होती है। इसे देखते हुए एडीजी जोन दावा शेरपा के निर्देश पर श्रावणी शिवरात्रि से एक दिन पहले से ही गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर वाहनों का आवागमन बंद करने का निर्णय लिया गया है।
इन रास्तों का प्रयोग
गोरखपुर से लखनऊ की तरफ जाने वाले वाहन खलीलाबाद से बखिरा, नन्दौर, खेसरहा, बांसी से इटवा, तुलसीपुर, बलरामपुर होते हुए जाएंगे।
लखनऊ और बाराबंकी से गोरखपुर आने वाले वाहन फैजाबाद से आंबेडकरनगर होते हुए बेलघाट से गोरखपुर जिले में प्रवेश करेंगे।
बस्ती से लखनऊ जाने वाले बड़े वाहन ओवरब्रिज से मनौली, बेवा तिराहा से उतरौला होते हुए बलरामपुर होकर लखनऊ जाएंगे।
लखनऊ से बस्ती आने वाले वाहन भी इसी रास्ते का प्रयोग करेंगे।
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