अब भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही गैंगरेप पीड़िता, जानें हेल्थ रिपोर्ट..

अब भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही गैंगरेप पीड़िता, जानें हेल्थ रिपोर्ट..


रायबरेली सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हुई उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता और उनके वकील की हालत में कुछ खास सुधार नहीं है। दोनों अभी भी होश में नहीं हैं। पीड़िता अभी भी वेंटीलेटर पर है जबकि उसके वकील को आज भी कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया। 


किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बुधवार को बताया कि पीड़िता के शरीर में कई जगह हड्डियां टूटी हैं, साथ ही सीने में भी चोट है। आज पीड़िता की हालत में बहुत थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन अभी इसे संतोषजनक नहीं कहा जा सकता। पीड़िता को अभी तक होश नहीं आया है। उन्होंने बताया कि पीड़िता का कल सीटी स्कैन कराया गया था लेकिन सिर में कोई चोट फिलहाल नजर नहीं आई थी। लेकिन इसके बावजूद सिर में जख्म से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि बहुत सी सिर की चोटें सीटी स्कैन में नजर नहीं आतीं। पीड़िता की हालत स्थिर है और डॉक्टरों की टीम 24 घंटे से उसकी निगरानी कर रही है। अभी भी वह वेंटीलेटर पर है।डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि घायल वकील को आज भी दिन में कुछ देर के लिए वेंटीलेटर से हटाकर देखा गया था, इस दौरान उनकी तबीयत स्थिर रही। बाद में फिर उन्हें वेंटीलेटर पर कर दिया गया। उनसे जब पूछा गया कि क्या इलाज के लिए दूसरे अस्पतालों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को बुलाने की कोई योजना है, तो उन्होंने कहा कि केजीएमयू के पास विशेषज्ञ डाक्टरों की कमी नहीं है। लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो हम शहर के दूसरे अस्पतालों (संजय गांधी पीजीआई और लोहिया अस्पताल) के डॉक्टरों को भी बुला सकते हैं।


रेप पीड़िता का चाचा कड़ी सुरक्षा में भेजा गया उन्नाव


हाईकोर्ट के आदेश पर पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल कराने के लिए रेप पीड़िता के चाचा को कड़ी सुरक्षा में उन्नाव ले जाया गया। करीब 12 घंटे बाद शाम साढ़े पांच बजे उसे वापस जेल में दाखिल करने के बाद सुरक्षा में लगाए गए अधिकारियों-सिपाहियों ने राहत की सांस ली। हाईकोर्ट ने रेप पीड़िता के यहां जेल में बंद चाचा को पत्नी के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए एक दिन की जमानत मंजूर की थी। सुबह पांच बजे रेप पीड़िता के चाचा को कड़ी सुरक्षा में उन्नाव ले जाया गया। उसकी सुरक्षा में दो क्षेत्राधिकारी, तीन थानेदार, डेढ़ सेक्शन पीएसी, दो दर्जन् सिपाही लगाए गए थे। उन्नाव में अंतिम संस्कार करने के बाद रेप पीड़िता के चाचा को सुरक्षा में ही वापस साढ़े पांच बजे रायबरेली जेल वापस ले आया गया।


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