केन्द्र मे बनी पूर्ण बहुमत की सरकार,क्या जनभावनाओं को समझेगी?

केन्द्र मे बनी पूर्ण बहुमत की सरकार,क्या जनभावनाओं को समझेगी?


देशवासियों को प्रधानमंत्री से है बडी आशाएं ।केन्द्र में मोदी जी की बहुमत की सरकार बन गई है ।जनता मे इस बात को लेकर काफी उत्साह है ।परन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व शॉह की जोडी क्या उन मांगों को पूरा करेगी, जिनको पूरा करने की उम्मीद के भरोसे उसने दिल खोल कर भाजपा / मोदी को वोट दिया है । देश के वोटरों ने सबसे पहले देश की सुरक्षा , विकास को प्राथमिकता के साथ आतंकवाद को जड से समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री को वोट दी है। इसके बाद कश्मीर को धारा 370 व 35 से मुक्ति तथा बेघर कश्मीरी पंडितों की घर वापसी हो । देश मे बढती जन्संख्या से उत्पन्न खतरों को देखते हुए, जन्संख्या नियन्त्रण कानून बनाने के साथ साथ एससी-एसटी कानून मे पूर्व के संसोधन को लागू करने के लिए प्रयास करना । देश मे हिन्दी राष्ट्रभाषा को पूरे देश मे अनिवार्य करना ।गाय हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगे । देश के इतिहास मे परिवर्तन करके उन हिन्दू राजाओं को जिन्होने मुस्लिम आक्रमणकारियों को रोकने के लिए संघर्ष किया, उन विरांगनाओं को जिन्होने मात्रभूमि की रक्षा के लिए प्राण न्यौछावर किए उनका उल्लेख तथा वीर पुरूषों अवतारों के बारे मे विवरण दिया जाए । सरकारी विद्यालयों मे संस्कृत विषय को अनिवार्य किया जाये तथा संस्कृत अध्यापकों की भर्ती की जाए । जाति के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था को बदल कर आर्थिक आधार पर किया जाए । भगवान् श्रीराम के मंदिर का भव्य निर्माण कराया जाए । अन्तरजातिय विवाहों मे मदद व सुरक्षा दी जाये ।एक सबसे बडी समस्या जिसके चलते देश का प्रत्येक व्यक्ति कभी ना कभी जरूर अनावश्यक रूप से पीडित होता है, उसके लिए कानून मे परिवर्तन किया जाये । देश मे देखा जाता है, कि विवाद होने पर बदले की भावना से पुलिस मे रिपोर्ट कराते समय उन लोगों के नाम भी लिखवा दिए जाते है, जो घटना मे शामिल नही होते है । प्राथमिकी के आधार पर ही मुकदमा दर्ज होता और चलता है तथा सजा होती है । इस प्रकार निर्दोष जेल जाते है । यहॉ सुधार की बडी आवश्यक्ता है । रिपोर्ट की पहले निष्पक्ष जांच के बाद ही कार्रवाई होनी चाहिए ।यह सभी बिन्दू आम जनता की भारी समस्या है । इनका निदान राम राज की कल्पना को साकार करने वाला हो सकता है ।


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