केमिकल कंपनी चलाने के नाम पर दो सगे भाइयों ने 150 लोगों से लगभग तीन करोड़ रुपये ठग लिए। लोगों को कंपनी में रुपये दोगुना करने का भरोसा दिया गया था। करीब पांच महीने बाद आरोपी कंपनी बंद कर फरार हो गए। धोखाधड़ी में आरोपी की पत्नी और बेटी भी शामिल रहीं। कविनगर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी और ठगी के मामले में मुख्य आरोपियों समेत पांच के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
धोखाधड़ी का मामला कविनगर थाने में दर्ज हुआ है
पुलिस के मुताबिक सुमित बेरा और सुरजीत बेरा सगे भाई हैं। सुमित का घर गोविंदपुरम में है, जबकि सुरजीत दिल्ली की मयूर विहार में रहता है। सुमित और सुरजीत ने जनवरी 2019 में एसएसबी फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक केमिकल कंपनी बनाई थी। कंपनी बनाने के बाद दोनों से क्षेत्र के लोगों से संपर्क शुरू कर दिया। कंपनी में उन्होंने अपने दोस्तों को भी शामिल कर लिया। आरोपियों ने लोगों को बताया कि उनका केमिकल बड़े-बड़े मॉल और घरों में जाता है। इसमें कंपनी को बड़ा मुनाफा होता है। अगर आप लोग इनवेस्ट करेंगे आपके रुपये कुछ दिनों में ही दोगुने हो जाएंगे। शुरुआत में आरोपियों ने कुछ लोगों के रुपये अधिक ब्याज के साथ वापस भी किए। इससे लोगों का भरोसा इन पर बढ़ गया। पांच महीनों में धीरे-धीरे 150 लोगों को दोनों भाइयों ने कंपनी से जोड़ लिया और सभी से रुपये ले लिए। लालच में आकर लोगों ने कंपनी में बड़ी रकम इनवेस्ट कर दी। आरोपी सुरजीत ने गौरव वशिष्ठ से पहले 20 लाख फिर 10 लाख रुपये लिए। पीड़ित गौरव व अन्य पीड़ितों ने कविनगर थाने में तहरीर देकर 150 लोगों से तीन करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। कविनगर थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि सुमित बेरा, सुरजीत बेरा, पूजा बेरा, वंदना बेरा, श्रवण यादव के खिलाफ ठगी और फर्जी दस्तावेज का प्रयोग करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
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