गोरखपुर:कम होगा गोरखपुर का लोड, कैंट व आउटर पर नहीं खड़ी होंगे ट्रेनें

गोरखपुर:कम होगा गोरखपुर का लोड, कैंट व आउटर पर नहीं खड़ी होंगे ट्रेनें


गोरखपुर: अब रेलवे स्टेशन यार्ड में मालगाडिय़ों की लंबी लाइन नहीं दिखेगी। न ही लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनें कैंट, डोमिनगढ़, नकहा और आउटर पर रुकेंगी। इसके लिए कुसम्ही से डोमिनगढ़ के बीच फ्रेट कॉरिडोर के रूप में विशेषकर मालगाडिय़ों के लिए तीसरी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस नई रेल लाइन से होते हुए मालगाडिय़ां सीधे छपरा से गोंडा तक रनथ्रू पहुंच जाएंगी। यात्री ट्रेनों के लिए एक नया रास्ता मिल जाएगा।कुसम्ही से डोमिनगढ़ के बीच लगभग 21 किमी रेल लाइन बिछाई जानी है। रेल मंत्रालय ने 186.85 करोड़ का बजट मंजूर कर दिया है। निर्माण कार्य दो चरणों में पूरा होगा। प्रथम चरण में गोरखपुर से कुसम्ही के और दूसरे चरण में गोरखपुर से डोमिनगढ़ के बीच रेल लाइन बिछाई जाएगी।


गोरखपुर से कुसम्ही के बीच मिट्टी पटाई व पुल का कार्य शुरू हो गया है


यहां दो बड़े पुल बनने हैं। गोरखपुर से डोमिनगढ़ के लिए टेंडर आदि की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। रेलवे बोर्ड ने जनवरी 2020 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।दरअसल, गोरखपुर जंक्शन पर ट्रेनों का लोड बढ़ता ही जा रहा है। रोजाना करीब 160 यात्री ट्रेनें और लगभग 50 मालगाडिय़ां गुजरती हैं। ऐसे में ट्रेनों का समय पालन प्रभावित होता है। प्लेटफार्मों के खाली नहीं होने से यात्री ट्रेनें और मालगाडिय़ां जगह-जगह खड़ी रहती हैं। छपरा और वाराणसी रूट से आने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें कैंट, गोंडा और बढऩी रूट की नकहा स्टेशन पर रुकती हैं। यही नहीं बस्ती से आने वाली ट्रेनें आउटर पर आकर खड़ी हो जाती हैं। यात्री परेशान रहते हैं। ऐसे में तीसरी रेल लाइन बिछ जाने से ट्रेनों के संचलन में बहुत हद तक सहूलियत मिलेगी। हालांकि, सेटेलाइट के रूप में कैंट और नकहा स्टेशनों का विकास भी शुरू हो गया है।


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