सपा-बसपा दोस्ती का इम्तेहान फिर इस साल, विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव से पा सकते हैं खोई प्रतिष्ठा

सपा-बसपा दोस्ती का इम्तेहान फिर इस साल, विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव से पा सकते हैं खोई प्रतिष्ठा


समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की दोस्ती का एक और इम्तेहान होगा। इस साल उत्तर प्रदेश विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव होना है। इस मिनी जंग के जरिए सपा-बसपा लोकसभा चुनाव में खोई प्रतिष्ठा कुछ हद तक पा सकते हैं। पर, सवाल यह है कि क्या सपा को अकेले इन सीटों पर उपचुनाव लड़ने का मौका मिलेगा या उसे बसपा के साथ सीटें बांटनी पड़ेगी। इसी के साथ ही कुछ और गांठें भी सुलझनी हैं।


बदलते हालात में यह सवाल अब काफी अहम हैं


पिछले कई सालों से बसपा उपचुनाव से दूर रहती आई है। पार्टी का तर्क रहता है कि वह अपनी ऊर्जा व समय उपचुनाव लड़ने में जाया नहीं करती है। बजाय इसके वह विधानसभा या लोकसभा चुनाव के लिए अपनी ताकत लगाती है।


इसी कारण बसपा ने कई सालों में उपचुनाव नहीं लड़ा


2014 के लोकसभा चुनाव के बाद खाली हुई 12 विधानसभा सीटों पर भी हुए उपचुनाव से बसपा दूर रही इसी नीति के तहत पिछले साल बसपा ने कैराना, गोरखपुर व फूलपुर उपचुनाव नहीं लड़ा था और इन पर सपा को समर्थन किया। गठबंधन की नींव भी यहीं से पड़ी और तीनों सीटें पर सपा जीत गई।पर अब क्या बसपा अकेले 11 विधानसभा सीटों पर सपा को उतरने देगी या खुद भी इसमें शिरकत करेगी। अब मामला एक दो सीटों का नहीं बल्कि 11 सीटों का है। अगले साल राज्यसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में बसपा अपनी मौजूदा विधायकों की तादाद 19 में इजाफा करना चाहेगी। यही नहीं 48 सीटों वाली सपा भी चाहेगी कि उसकी तादाद और बढ़े। अगर बसपा अपनी पूर्व की नीति के तहत इस बार भी विधानसभा उपचुनाव से दूर रहती है और सपा को समर्थन करती है तो नतीजे खासे दिलचस्प हो सकते हैं तब सत्तारुढ़ दल भाजपा के लिए भी यह उपचुनाव चुनौती पूर्ण होंगे।


11 विधानसभा सीटों पर होंगे उपचुनाव


यूपी से 11 विधायकों के सांसद बन जाने पर प्रदेश में इतनी ही सीटों पर अब विधानसभा उपचुनाव होंगे। इनमें तीन मंत्री भी हैं। इन 11 विधायकों में आठ भाजपा के हैं, जबकि एक-एक भाजपा के सहयोगी अपना दल, सपा और बसपा के विधायक हैं। यह 11 सीटें हैं- टूंडला (सु.), गोविंद नगर, लखनऊ कैंट, प्रतापगढ़, गंगोह, मानिकपुर चित्रकूट, जैदपुर (सुरक्षित), बलहा (सुरक्षित), इगलास, रामपुर सदर और जलालपुर।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ