अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों ने अस्पताल के सामने शव रखकर रोड को एक घंटे तक किया जाम

अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों ने अस्पताल के सामने शव रखकर रोड को एक घंटे तक किया जाम


जनपद कुशीनगर के फाजिलनगर कस्बे में संचालित एक निजी अस्पताल में भर्ती एक महिला की बुधवार की देर शाम मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों ने अस्पताल के सामने शव रखकर कालेज रोड को एक घंटे तक जाम रखा। वहीं घटना के बाद अस्पताल संचालक अस्पताल में ताला बंद कर फरार हो गया। बाद में पहुंचे सीओ तमकुहीराज ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए कार्रवाई का भरोसा देकर लोगों को शांत किया।तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के लवकुश पूरब पट्टी निवासी रमुद्दीन शाह की 26 वर्षीय बेटी आसमा खातून को कुछ दिन पूर्व जिला अस्पताल में बेटी पैदा हुई थी। इसके बाद उसके परिजन उसे घर लेते आये। कुछ दिन बाद महिला को दिक्कत महसूस होने पर परिजनों ने कस्बे के इस निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। परिजनों का आरोप है कि तीन चार-दिन उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं देख उसे रेफर करने को कहा गया तो संचालक ने 25 हजार रुपया जमा कराने के बाद और पैसा मांगने लगा। पैसा नहीं देने पर रेफर करने से मना कर दिया।बुधवार की शाम छह बजे जब महिला की हालत बिगड़ने लगी तो आनन-फानन में उसे रेफर कर दिया गया। अभी महिला फाजिलनगर कस्बे में ही थी कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव को अस्पताल के सामने रखकर कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। सूचना पर पहुचे मयफोर्स पहुंचे चौकी प्रभारी राजीव कुमार ने परिजनों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। बाद में पहुंचे सीओ राणा महेन्द्र प्रताप सिंह ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। परिजनों को तहरीर देने को कहा। मृतका के परिजनों का आरोप है कि इलाज के दौरान कुछ भी पूछने पर अस्पताल के जिम्मेदार उन्हें धमकाते रहे। तीन माह पूर्व भी इस अस्पताल को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया अभिषेक पांडेय ने सील किया था और मुकदमा भी दर्ज हुआ था।


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